hi_zec_tn/05/08.txt

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Plaintext

[
{
"title": "“इसका अर्थ दुष्टता है।",
"body": "औरत दुष्टता को दर्शाती है। अत: “उसका नाम है दुष्टता“"
},
{
"title": "जिनके पंख पवन में फैले हुए हैं",
"body": "यह वाक्‍यांश वर्नण करता है कि के औरत कैसे अपने पंखो का इसतेमाल करते हवा में जाती हूई उड़ती है।"
},
{
"title": "उनके पंख सारस के से हैं,",
"body": "औरत के पंख है जो देखने में सारस के पंखो जैसे है। सारस एक तरह का बहुत बड़ा पंछी है जिसके पंखो का फैलाय 2 से 4 मीटर का होता है।"
},
{
"title": "आकाश और पृथ्वी के बीच में ",
"body": "टोकरी आकाश में उठा ली गई। कहा जाता है “आकाश और धरती के बीच” उनके ध्‍यान को खीचने के लिऐ और दिखाऐ कि टोकरी उनके साथ कहा थी। "
}
]