hi_zec_tn/04/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उसने आकर मुझे ऐसा जगाया जैसा कोई नींद से जगाया जाए",
"body": "“मुझे ओर जयादा स्‍तर्क कर दिया जैसे के व्‍याकित नींद से उठाया हो”"
},
{
"title": "बत्ती",
"body": "दीपक का वह हिस्‍सा जो आग से जल रहा होता है।"
},
{
"title": " दाहिनी ओर",
"body": "“कटोरे के दाहिनी ओर”"
}
]