hi_rut_tn/01/19.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उनके बैतलहम में पहुँचने पर",
"body": "यह एक नई कहानी को चिह्नित कर रहा है।"
},
{
"title": "सारे नगर में ",
"body": "शहर में हर कोई"
},
{
"title": "क्या यह नाओमी है?",
"body": "चूँकि नाओमी को बेतलेहम में रहते हुए कई साल हो चुके हैं और अब उसके पति और दो बेटे भी नहीं रहे, यह संभावना है कि महिलाएं संदेह व्यक्त कर रही थीं जैसे कि यह महिला वास्तव में नाओमी थी।"
},
{
"title": "मुझे नाओमी न कहो",
"body": "\"नाओमी\" का अर्थ है \"मेरी खुशी।\" चूंकि नाओमी ने अपने पति और बेटों को खो दिया, उसे अब नहीं लगता कि उसका जीवन उसके नाम से मेल खाता है।"
},
{
"title": "मारा",
"body": "यह नाम के अर्थ का अनुवाद है इसकी ध्वनि के अनुसार इसका अनुवाद भी अक्सर \"मारा\" के रूप में किया जाता है।"
},
{
"title": "मैं भरी पूरी चली गई थी, परन्तु यहोवा ने मुझे खाली हाथ लौटाया है। ",
"body": "जब नाओमी ने बेतलेहम छोडा, तो उसके पति और दो बेटे उसके थे, और वह खुश थी नाओमी ने अपने पति और बेटों की मौत के लिए यहोवा को दोषी ठहराया, यह कहते हुए कि वह उनके बिना बेतलेहम में लौटी, और अब वह मारा और दुखी है।"
},
{
"title": "मेरे विरुद्ध साक्षी दी",
"body": "\"मुझे दोषी ठहराया\""
},
{
"title": "मुझे दुःख दिया है",
"body": "मुझ पर विपत्ति लाया है "
}
]