hi_psa_tn/55/22.txt

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Plaintext

[
{
"title": "अपना बोझ डाल दे",
"body": "यहाँ पर लेखक दूसरे धर्मी लोगों से बात कर रहा है।"
},
{
"title": "अपना बोझ यहोवा पर डाल दे",
"body": "“अपनी मुशकिलें यहोवा को दो”"
},
{
"title": "वह तुझे सम्भालेगा",
"body": "“वह तुम्हारी रक्षा करेगा”"
},
{
"title": "वह धर्मी को कभी टलने न देगा।",
"body": "“वह धर्मी व्‍यक्‍ति को ना कभी ढोलने देगा और ना गिरने देगा”"
},
{
"title": "परन्तु हे परमेश्‍वर, तू",
"body": "“अब लेखक परमेश्‍वर से बात कर रहा है”"
},
{
"title": " विनाश के गड्ढे में",
"body": "“यह शायद कबर या नर्क को दर्शाता है”"
},
{
"title": "तू उन लोगों को विनाश के गड्ढे में गिरा देगा; ",
"body": "“वह दुष्‍ट लोगो को मरने देगा”"
},
{
"title": "हत्यारे और छली मनुष्य ",
"body": "“लोग जो धोखा देते है और दूसरो को मारना चाहते है”"
},
{
"title": "आधी आयु तक भी जीवित न रहेंगे।",
"body": "“जितना के दूसरे लोग जीते है उनसे भी आधी जिन्दगी”"
}
]