hi_psa_tn/90/14.txt

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Plaintext

[
{
"title": "भोर को हमें अपनी करुणा से तृप्त कर",
"body": "सुबह के समय हमें संतुष्ट कर "
},
{
"title": "अपनी करुणा से",
"body": "हमारे साथ अपनी वाचा की विश्‍वासयोग्यता दिखा कर "
},
{
"title": "जितने दिन तू हमें दुःख देता आया, और जितने वर्ष हम क्लेश भोगते आए हैं",
"body": "जितनी देर तक तूने हमें दुख भोगने दिया है"
},
{
"title": " तेरे दासों को",
"body": "हमें"
},
{
"title": "तेरा प्रताप उनकी सन्तान पर प्रगट हो",
"body": "अपने किए बड़े काम देख"
}
]