hi_psa_tn/43/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्‍य जानकारी:",
"body": "इब्रानी कविता में समानांतरता आम है।"
},
{
"title": "मेरा सामर्थी परमेश्‍वर ",
"body": "“परमेश्‍वर जो मेरी रक्षा करता है”"
},
{
"title": "तूने क्यों मुझे त्याग दिया है? मैं शत्रु के अत्याचार के मारे शोक का पहरावा पहने हुए क्यों फिरता रहूँ? ",
"body": "परमेश्‍वर से शिकायत करने के लिए लेखक यह प्रशन पूछता है और अपनी भावनाओं को प्रकट करता है, उतर प्राप्त करने को नहीं।"
},
{
"title": " मैं शोक का पहरावा पहने हुए क्यों फिरता रहूँ?",
"body": "“यह वाक्‍यांश गहरी उदासी को दर्शाता है”"
},
{
"title": "शत्रु के अत्याचार के मारे ",
"body": "“क्‍योंकि मेरे विरोधी मुझ पर अत्‍याचार करते है”"
}
]