hi_psa_tn/91/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": "वह तो तुझे बहेलिये के जाल से, और महामारी से बचाएगा",
"body": "\"क्योंकि परमेश्‍वर तुम्हें शिकारी के फन्दे से छुड़ाएगा और वह तुम्हें उन विपत्तियों से छुड़ाएगा जो मार सकती हैं\""
},
{
"title": "बहेलिये के जाल से",
"body": "\"उस जाल से जिसे शिकारी ने तुमको पकड़ने के लिए बिछाया है\""
},
{
"title": "वह तुझे अपने पंखों की आड़ में ले लेगा, और तू उसके परों के नीचे शरण पाएगा; ",
"body": "\"वह तुम्‍हें सुरक्षित रखेगा और तुम्हारी रक्षा करेगा\""
},
{
"title": "उसकी सच्चाई तेरे लिये ढाल और झिलम ठहरेगी। ",
"body": "“सुरक्षा के लिए तुम उस पर भरोसा कर सकते हो”"
},
{
"title": "ढाल और झिलम ठहरेगी।",
"body": "“एक छोटा सा कवच, जो सैनिकों को बाणों और तलवारों से बचाने के लिए इस्तेमाल किया गया था“"
}
]