hi_psa_tn/91/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्‍य जानकारी:",
"body": "इब्रानी कविता में समानांतरता आम है।"
},
{
"title": "जो बैठा रहे... ठिकाना पाएगा।...सर्वशक्तिमान की ",
"body": "\"सबसे ऊंचा, सर्वशक्तिमान, उन सभी की देखभाल करेगा जो रहते हैं जहां वह उनकी रक्षा कर सकता है\""
},
{
"title": "वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा।",
"body": "\"जो रहता है जहां सर्वशक्तिमान उसकी रक्षा करता है\""
},
{
"title": "परमप्रधान ",
"body": "“परमप्रधाम “ सबसे ऊँचा यहोवा को दर्शाता है” "
},
{
"title": "सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा। ",
"body": "“वह वहाँ रहेगा यहाँ सर्वशक्तिमान उसकी रक्षा करेगा”"
},
{
"title": "सर्वशक्तिमान ",
"body": "वह जिसके पास हर चीज पर अधिकार और नियंत्रण है।"
},
{
"title": "मैं यहोवा के विषय कहूँगा, ",
"body": "“मैं यहोवा के बारे में कहूँगा”"
},
{
"title": "वह मेरा परमेश्‍वर है, जिस पर मैं भरोसा रखता हूँ",
"body": "“जिसके पास मैं जा सकता हूँ और वह मेरी सुरक्षा करेगा”"
}
]