hi_psa_tn/79/10.txt

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Plaintext

[
{
"title": "अन्यजातियाँ क्यों कहने पाएँ कि उनका परमेश्‍वर कहाँ रहा? ",
"body": "अन्यजातियाँ यह न कहने पाएँ कि उनका परमेश्‍वर कहाँ है"
},
{
"title": "उनका परमेश्‍वर कहाँ रहा? ",
"body": "उनका परमेश्‍वर कुछ नहीं कर सकता "
},
{
"title": "तेरे दासों के खून का पलटा अन्यजातियों पर हमारी आँखों के सामने लिया जाए",
"body": "अपने निर्दोश दासों का बदला ले जिन्हे अन्यजातियों ने मार डाला, और ऐसा हमारे सामने कर "
},
{
"title": "हमारी आँखों के सामने ",
"body": "जब हम वहाँ उपस्थित हों"
},
{
"title": "बन्दियों का कराहना तेरे कान तक पहुँचे",
"body": "कृप्या बन्दियों का कराहना ध्यान पूर्वक सुन और उनकी सहायता कर "
},
{
"title": "घात होनेवालों को",
"body": "जो लोग मारे जाने वाले हैं "
}
]