hi_psa_tn/78/50.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्य जानकारी ",
"body": "लेखक लगातार बताता है कि परमेश्‍वर ने मिस्रीयों के साथ क्या किया"
},
{
"title": "उसने अपने क्रोध का मार्ग खोला",
"body": "उसे इतना क्रोध था कि वो गुस्से में जो भी कर सकता था वो सब किया "
},
{
"title": "उनके प्राणों को मृत्यु से न बचाया,",
"body": "उसने उन्हे मौत से नहीं बचाया "
},
{
"title": "उनको मरी के वश में कर दिया",
"body": "उसने उन्हे मरी से बहुत बिमार कर दिया "
},
{
"title": "सब पहलौठों को",
"body": "उसने उनके उत्तम और महत्वपूर्ण पुरूषों को मार दिया "
},
{
"title": "हाम के डेरों में",
"body": "मिस्र के परिवारों में "
}
]