hi_psa_tn/78/38.txt

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Plaintext

[
{
"title": "वह अधर्म को ढाँपता",
"body": "भले ही उन्होने दुष्टता के काम किये थे फिर भी उन्हे क्षमा कर दिया "
},
{
"title": "अपने क्रोध को ठण्डा करता है,",
"body": "भले ही वो उन पर क्रोधी था पर उन्हे सजा नहीं दी "
},
{
"title": "अपनी जलजलाहट को पूरी रीति से भड़कने नहीं देता।",
"body": "स्वयं को उन पर पूरी तरह क्रोधित होने नहीं दिया "
}
]