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Plaintext

[
{
"title": "हे परमेश्‍वर, तेरी धार्मिकता अति महान है।",
"body": "“लेखक परमेश्‍वर की भलाईयों को ऐसे बताता है जैसे उनका एक पूरा पर्वत हो”"
},
{
"title": "तेरे तुल्य कौन है? ",
"body": "“तेरे जैसा कोई नहीं है”"
},
{
"title": "कठिन कष्ट",
"body": "“भयानक कष्ट“"
},
{
"title": "जिलाएगा",
"body": "एक बार फिर जीवित करना"
},
{
"title": "पृथ्वी के गहरे गड्ढे में से ",
"body": "“जब हम मौत के करीब होते हैं”"
}
]