hi_psa_tn/69/24.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उनके ऊपर अपना रोष भड़का",
"body": "परमेश्वर का क्रोध ऐसे बताया गया है जैसे जो पानी के समान उण्डेला जाए"
},
{
"title": "रोष",
"body": "गुस्सा"
},
{
"title": "तेरे क्रोध की आँच ",
"body": "तेरा मजबूत क्रोध"
},
{
"title": "उनको लगे",
"body": "परमेश्वर की सजा ऐसे बताई गई जैसेे वो किसी के पीछे जाकर उसे मारे"
},
{
"title": "उजड़ जाए, ",
"body": "अकेले छोड़ दिए जाएँ"
}
]