hi_psa_tn/68/14.txt

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Plaintext

[
{
"title": "राजाओं को तितर-बितर किया…सल्मोन पर्वत पर हिम पड़ा",
"body": "“इतने सारे राजाओं और सैनिकों को हराया कि वो पर्वत पर पड़ी हिम के समान थे“"
},
{
"title": "राजाओं को तितर-बितर किया",
"body": "दुश्मन राजाओं और उनकी सेनाओं को तितर-बितर किया"
},
{
"title": "सल्मोन पर्वत",
"body": "यह एक पर्वत का नाम है"
},
{
"title": "पहाड़ बहुत शिखरवाला पहाड़ है…हे शिखरवाले पहाड़ों",
"body": "बाशान के देश का बहुत बड़ा और ऊँचा पर्वत"
},
{
"title": "तुम क्यों उस पर्वत को घूरते हो…जहाँ यहोवा सदा वास किए रहेगा? ",
"body": "“बाशान के ऊँचे पहाड़ी देश को उस पर्वत को घूरना नहीं चाहिए जो यहाँ परमेश्वर निवास करना चाहता है”"
}
]