hi_psa_tn/59/12.txt

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Plaintext

[
{
"title": "वह अपने मुँह के पाप, और होंठों के वचन,",
"body": "“क्‍योकि वह अपने कहने के अनुसार पाप करते है”"
},
{
"title": "अभिमान में फँसे हुए पकड़े जाएँ।",
"body": "“उनके घमण्‍ड के कारण वह पकडे़ जायें”"
},
{
"title": "बोलने के कारण",
"body": "“वह यह कहते है”"
},
{
"title": "जलजलाहट में आकर उनका अन्त कर, \\q उनका अन्त कर दे ताकि वे नष्ट हो जाएँ ",
"body": "“उनसे क्रोधित रह और उनका नाश कर दे ताकि उनमें से कोई भी न बच सके”"
},
{
"title": " याकूब पर",
"body": "याकूब यहाँ इजराइल को दर्शाता है।"
},
{
"title": "पृथ्वी की छोर तक",
"body": "“धरती पर हर जगह”"
}
]