hi_psa_tn/47/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": "वह देश-देश के लोगों को हमारे सम्मुख नीचा करता, और जाति-जाति को हमारे पाँवों के नीचे कर",
"body": "“इस्राएल को उसके विरोधीयों पर जीत देने वाला परमेश्‍वर ही है”"
},
{
"title": "नीचा करता।",
"body": "दूसरे के अधिकार के तहत जीतना और जगह बनाना।"
},
{
"title": "हमारे सम्मुख नीचा करता,... हमारे पाँवों के नीचे कर देता है।",
"body": "लेखक दूसरे देशों पर जीत को इस तरह कहता है जैसे कि उन देशों को पाँव के नीचे कर देना।"
},
{
"title": "वह हमारे लिये उत्तम भाग चुन लेगा।",
"body": "\"वह इस भूमि को हमारे लिए विरासत के रूप में चुनता है\""
},
{
"title": " जो याकूब के घमण्ड का कारण है।",
"body": "“वह देश जिनमें याकूब को अभिमान होगा”"
},
{
"title": "याकूब जो उसका प्रिय ",
"body": "यहां “याकूब” इस्राएल की जाती को दर्शाता है।"
},
{
"title": "परमेश्‍वर जयजयकार सहित ऊपर गया है।",
"body": "“लोगों की जयजयकार से ऊपर उठाया गया”"
},
{
"title": "यहोवा नरसिंगे के शब्द के साथ। ",
"body": "”लोगो के नरसिंगे फूंकने के साथ यहोवा ऊपर चले गये”"
}
]