hi_psa_tn/46/04.txt

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Plaintext

[
{
"title": "एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्‍वर के नगर मेंआनन्द होता है। ",
"body": "\"एक नदी है जिसकी धाराएं परमेश्‍वर के शहर को खुश करती हैं।\" एक बहती नदी की कल्पना परमेश्‍वर के शहर के लिए शांति और समृद्धि का प्रतीक है।"
},
{
"title": " परमेश्‍वर के नगर में आनन्द होता है",
"body": "“यरूशलेम में रहने वाले लोगों को खुश करता है”"
},
{
"title": "परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में ",
"body": "“परमप्रधान के रहने का स्‍थान”"
},
{
"title": "उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं...उसकी सहायता करता है। ",
"body": "“शब्‍द “उस नगर” और “उसकी” परमेश्‍वर की नगरी को दर्शाते है”"
},
{
"title": "वह कभी टलने का नहीं;",
"body": "“कुछ भी उसका नाश नहीं कर सकता”"
}
]