hi_psa_tn/41/10.txt

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2.0 KiB
Plaintext

[
{
"title": "परन्तु हे यहोवा, तू मुझ पर दया करके मुझ को उठा ले ",
"body": "“कृप्या, यहोवा, मेरे ऊपर दया करो और मुझे फिर से खड़ा कर दो”"
},
{
"title": "मुझ को उठा ले ",
"body": "“मुझे चंगा कर दो”"
},
{
"title": "कि मैं उनको बदला दूँ। ",
"body": "“ताकि मैं उनसे बदला ले सकूँ”"
},
{
"title": "इससे मैंने जान लिया है कि तू मुझसे प्रसन्‍न है। मेरा शत्रु जो मुझ पर जयवन्त नहीं हो पाता,",
"body": "“क्‍योकि मेरे विरोधी मूझ पर जैवंत नही है, मैं जानता हूँ कि तू मुझसे प्रसन्‍न है”"
},
{
"title": "इससे मैंने जान लिया है कि तू मुझसे प्रसन्‍न है। मेरा शत्रु जो मुझ पर जयवन्त नहीं हो पाता,",
"body": "\"यदि आप मुझे ऐसा करने में सक्षम करते हैं, तो इस परिणाम के साथ कि मेरे दुश्मन मुझे नहीं हराते, मुझे पता चल जाएगा कि आप मुझ पर प्रसन्न हैं\""
},
{
"title": "मुझे तो तू खराई से सम्भालता",
"body": "“मेरी खराई के कारण तूँ मुझे सम्‍भालता है”"
},
{
"title": "सर्वदा के लिये अपने सम्मुख स्थिर करता है।",
"body": "“मुझे अपने साथ रखेगा”"
}
]