hi_psa_tn/35/04.txt

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Plaintext

[
{
"title": "जो मेरे प्राण के ग्राहक हैं वे लज्जित और निरादर हों।",
"body": "“जो लोग मेरे प्राणों के पीछें पडे़ है, यहोवा उनको लज्‍जित और शर्मिंन्दा‍ करे”"
},
{
"title": "जो।",
"body": "“मैं यह चाहता हूँ”"
},
{
"title": "मेरे प्राण के ग्राहक हैं।",
"body": "“जो मुझे मारने की कोशिश में लगे रहते है”"
},
{
"title": " जो मेरी हानि की कल्पना करते हैं, वे पीछे हटाए जाएँ और उनका मुँह काला हो! ",
"body": "“यहोवा उन्हे‍ पीछे हटाऐ और उनका मुँह काला करे जो मुझे नुकसान पहुँचाने की योजना में है”"
},
{
"title": "वे पीछे हटाए जाएँ। ",
"body": "“असफल होना”"
},
{
"title": "उनका मुँह काला हो!",
"body": "\"भ्रमित\" या \"हैरान\""
},
{
"title": "वायु से उड़ जानेवाली भूसी के समान हों, ",
"body": "“हवा से उड़ाई जाने वाली भूसी के समान“"
},
{
"title": "उनका मार्ग।",
"body": "\"उनका जीवन\""
},
{
"title": "अंधियारा और फिसलाहा।",
"body": "“गुप्त और खतरों से भरा”"
},
{
"title": " उनको खदेड़ता जाए।",
"body": "”उनके विरुध कार्य”"
}
]