hi_psa_tn/144/12.txt

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Plaintext

[
{
"title": "पौधों के समान बढ़े हुए हों",
"body": "स्वस्थ और मजबूत "
},
{
"title": "जवानी के समय",
"body": "वो समय जब लोग बढ़े होते हैं "
},
{
"title": "हमारी बेटियाँ उन कोनेवाले खम्भों के समान हों",
"body": "हमारी बेटियाँ उन कोनेवाले खम्भों के समान हो जाएँ "
},
{
"title": " कोनेवाले खम्भों",
"body": "बहुत सुंदर खम्भे जो कोनो से इमारत को संभालते हैं "
},
{
"title": "खम्भों के समान हों, जो महल के लिये बनाए जाएँ",
"body": "खम्भे जिन पर नकाशी करके महल को सुंदर बनाया जाता है"
},
{
"title": " हमारे मैदानों में हजारों हजार बच्चे जनें",
"body": "हजारों हजार ताकि हमारे मैदान भर जाएँ"
}
]