hi_psa_tn/118/26.txt

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Plaintext

[
{
"title": "धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है",
"body": "यहाँ पर पुरोहित राजा से बात करते हैं"
},
{
"title": "जो यहोवा के नाम से आता है",
"body": "वह जो यहोवा के पराक्रम में आता है"
},
{
"title": "हमने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है",
"body": "यहाँ पर पुरोहित लोगों से बात करतए हैं"
},
{
"title": "यहोवा के घर",
"body": "यहोवा का भवन "
},
{
"title": "उसने हमको प्रकाश दिया है",
"body": "उसने हमें आशीष दी है"
},
{
"title": "यज्ञपशु को वेदी के सींगों से रस्सियों से बाँधो",
"body": "बलि के पशु को रस्सियों से बाँधो"
},
{
"title": "तू मेरा परमेश्‍वर है",
"body": "यहाँ पर लेखक सीधे यहोवा से बात करता है"
}
]