hi_psa_tn/115/07.txt

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Plaintext

[
{
"title": "उनके हाथ तो रहते हैं",
"body": "लोगों ने उन मूरतों को हाथ दिए हैं"
},
{
"title": "परन्तु वे स्पर्श नहीं कर सकती",
"body": "पर वे हाथ स्पर्श नहीं कर सकते "
},
{
"title": "जैसी वे हैं वैसे ही उनके बनानेवाले हैं; और उन पर सब भरोसा रखनेवाले भी वैसे ही हो जाएँगे",
"body": "उनको बनाने वाले उनके जैसे जीवन रहित हो जाते हैं और वो सब जो उन पर भरोसा रखते हैं "
}
]