hi_psa_tn/110/04.txt

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Plaintext

[
{
"title": "तू",
"body": "यहोवा प्रभू से बात कर रहा है"
},
{
"title": "न पछताएगा",
"body": "वह अपना मन ना बदलेगा"
},
{
"title": "मलिकिसिदक की रीति पर",
"body": "वैसे ही जैसे मलिकिसिदक पुरोहित था"
}
]