From c7c8a0366c7ee5f847d825cfd96162a7ec6953e4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Tue, 21 Apr 2020 09:40:49 +0530 Subject: [PATCH] Tue Apr 21 2020 09:40:48 GMT+0530 (India Standard Time) --- 13/03.txt | 4 ++-- 13/05.txt | 2 +- 14/01.txt | 4 ++-- manifest.json | 3 ++- 4 files changed, 7 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/13/03.txt b/13/03.txt index 045ec397..a9ba1ded 100644 --- a/13/03.txt +++ b/13/03.txt @@ -16,7 +16,7 @@ "body": "\"मेरे दुश्मनों को कुछ भी मेरे बारे में कहने मत देना ... ताकि मेरा दुश्मन मेरे बारे में कुछ न कहे\"।" }, { - "title": "तो मेरे शत्रु मगन हों", - "body": "“वे मुझ पर हमला करे”।" + "title": "जब मैं डगमगाने लगूँ ", + "body": "“जब वे मुझे हरा दें”।" } ] \ No newline at end of file diff --git a/13/05.txt b/13/05.txt index 4fe53902..29b9bf86 100644 --- a/13/05.txt +++ b/13/05.txt @@ -5,6 +5,6 @@ }, { "title": "मेरा हृदय तेरे उद्धार से मगन होगा", - "body": "यहाँ “मेरा हृदय“ एक व्यक्ति को दर्शाता है कि “मै आन्दित्त होगा क्योकि तूने मुझे बचाया है“।" + "body": "यहाँ “मेरा हृदय“ एक व्यक्ति को दर्शाता है कि “मैं प्रसन्न हूँ क्योकि तूने मुझे बचाया है“।" } ] \ No newline at end of file diff --git a/14/01.txt b/14/01.txt index 25e14526..a69d6b35 100644 --- a/14/01.txt +++ b/14/01.txt @@ -1,7 +1,7 @@ [ { - "title": "सामानय जानकारी:", - "body": "इब्रानी कविता मे सामानता आम है।" + "title": "सामान्य जानकारी:", + "body": "इब्रानी कविता मे सामानता सामान्य बात है।" }, { "title": "मूर्ख ने अपने मन में कहा है", diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 754331cc..ff0451a7 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -116,8 +116,9 @@ "12-06", "13-title", "13-01", + "13-03", + "13-05", "14-title", - "14-01", "14-02", "14-04", "14-05",