Tue Apr 21 2020 22:32:27 GMT+0530 (India Standard Time)
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parent
c14bac546b
commit
3e8119e6e2
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@ -5,11 +5,11 @@
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},
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"title": "चाहे मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ। ",
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"body": "“चाहे मेरी जिंदगी अंधेरे और खतरों की तराईयो में चलने के समान हो जाये“"
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"body": "“चाहे मेरी जिंदगी अंधेरे और खतरों की तराईयों में चलने के समान हो जाये“"
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},
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{
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"title": "तो भी हानि से न डरूँगा।",
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"body": "“मैं नही डरूँगा के कोई मुझे नुकसान पहुचायेगा”"
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"body": "“मैं नहीं डरूँगा के कोई मुझे नुकसान पहुँचायेगा”"
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},
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"title": "क्योंकि तू मेरे साथ रहता है।",
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@ -17,6 +17,6 @@
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},
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"title": "तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है।",
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"body": "“मैं नही डरता क्योकि तू मेरी रक्षा करता है जैसे चरवाहा जो अपनी भेड़ो की अपनी लाठी और सोटे से रक्षा करता है”"
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"body": "“मैं नहीं डरता क्योकि तू मेरी रक्षा ऐसे करता है जैसे चरवाहा जो अपनी भेड़ो की अपनी लाठी और सोटे से रक्षा करता है”"
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}
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]
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@ -1,7 +1,7 @@
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"title": "सामान्य जानकारी:",
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"body": "अब लेखक बता रहा है कि कैसे परमेश्वर किसी व्यक्ति की तरह अपने घर में आये अतिथी की रक्षा करता है।"
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"body": "अब लेखक बता रहा है कि कैसे परमेश्वर किसी ऐसे व्यक्ति की तरह है जो अपने घर में आये महमान का सवागत करता है और उसकी रक्षा करता है।"
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},
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{
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"title": "तू मेरे लिये मेज बिछाता है।",
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@ -208,6 +208,7 @@
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"23-title",
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"23-01",
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"23-03",
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"23-04",
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"24-title",
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"24-01",
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"24-03",
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