hi_pro_tn/02/11.txt

34 lines
2.6 KiB
Plaintext

[
{
"title": "विवेक तुझे सुरक्षित रखेगा; और समझ तेरी रक्षक होगी",
"body": "यह कहते है “विवेक” और “समझ” यदि वह व्यक्ति जो किसी ओर पर नजर कर सकता है।कि “कयोंकि तुम ध्यान से सोचो और समझों कि कया सही और कया गलत है इस से तुम सुरक्षित रहोगे”।"
},
{
"title": "विवेक",
"body": "कार्य और भाषण में सावधान रहने की गुणवता।"
},
{
"title": "पहरा देना",
"body": "रक्षा करना।"
},
{
"title": "ताकि वे तुझे बुराई के मार्ग से,",
"body": "“वे” विवेक और समझ को दर्शाता है।यह कहता है कि यदि व्यक्ति किसी ओर को बचा सकता है जैसे कि “तुमें बुराई से दूर रहकर पता चल जाएगा”"
},
{
"title": "बुराई के मार्ग से",
"body": "दुष्ट व्यवहार की बात की जाती है जैसे कि बुराई एक रास्ता या रास्ता था जिस पर एक व्यक्ति चलता है"
},
{
"title": "जो सिधाई के मार्ग को छोड़ देते हैं, \\q ताकि अंधेरे मार्ग में चलें; ",
"body": "एक व्यक्ति की बात की जाती है कि वे क्या सही है और क्या बुराई है तय करने के में व्यक्ति सही रास्ते पर चलना बंद हो कर देता है और एक अंधेरे रास्ते नीचे चलना चुनता है।"
},
{
"title": "जो छोड़ देते है",
"body": "शब्द “जो” लोग जो विकृत बाते बोलते है यह उनको दर्शाता है।"
},
{
"title": "छोड़ दो",
"body": "किसी व्यक्ति या वस्तु को छोड़ना और कभी नहीं लौटना।"
}
]