hi_pro_tn/18/05.txt

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Plaintext

[
{
"title": "अच्छा नहीं है… धर्मी व्यक्ति",
"body": "दुष्ट व्यक्ति के साथ वैसा ही व्यवहार करना अच्छा है जिसका वह हकदार है और सिर्फ धर्मी इंसान के साथ रहना चाहिए।"
},
{
"title": "बात बढ़ाने से मूर्ख ",
"body": "यहाँ “होठ” मूर्ख व्यक्ति जो कहता है उसे दर्शाते है कि “मूर्ख कया कहता है”।"
},
{
"title": "अपने को मार खाने के योग्य दिखाता है",
"body": "उसका मुँह लोगों के सामने उसे हरा देना चाहता था।"
},
{
"title": "उसका मुँह",
"body": "यहाँ मूर्ख अपने “मुँह” से जो कहता है को दर्शाया जाता है कि “वह कया कहता है”।"
}
]