hi_pro_tn/23/29.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी",
"body": "आयत 30 में नीतिवचन की किताब के एक नए भाग का परिचय शुरू किया गया है।(22:20)"
},
{
"title": "कौन कहता है, हाय? कौन कहता है, हाय, हाय? कौन झगड़े रगड़े में फँसता है? कौन बक-बक करता है? किसके अकारण घाव होते हैं? किसकी आँखें लाल हो जाती हैं",
"body": "मेरी बात सुने, जो मैं तुम्हें बताता हूं कि हम किस तरह के व्यक्ति के पास है, दुख, लड़ाई, शिकायत, बिना किसी कारण के घाव, और खून की आँखे।"
},
{
"title": "आँखें लाल होती है",
"body": "“आँखे लाल, रंग के रक्त की तरह हो जाती है”।"
},
{
"title": "उनकी जो दाखमधु देर तक पीते हैं, \\q और जो मसाला मिला हुआ दाखमधु* ढूँढ़ने को जाते हैं।",
"body": "इन शब्दों को आयत 29 में सवालों के जवाब देते है और वर्णम करते है कि लोग बहुत अधिक पीते है"
},
{
"title": "जो दाखमधु देर तक पीते है",
"body": "शराब पीने में ज्यादा समय बिताना और अधिक शराब पीना। "
},
{
"title": "मिला हुआ दाखमधु*",
"body": "विभिन्न शराब एक साथ मिलाना।"
}
]