hi_pro_tn/20/17.txt

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Plaintext

[
{
"title": "छल-कपट से प्राप्त रोटी ",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है जैसे कि “रोटी जो किसी ने छल से प्राप्त की थी”।"
},
{
"title": "छल से",
"body": "\"दूसरों को धोखा देकर“।"
},
{
"title": "रोटी",
"body": "यहाँ “रोटी” सामान्य रूप से भोजन को दर्शाती है जैसञे कि “अन्न”।"
},
{
"title": "मीठी",
"body": "\"स्वाद अच्छा\"।"
},
{
"title": "परन्तु बाद में उसका मुँह कंकड़ों से भर जाता है",
"body": "\"लेकिन जल्द ही यह उसके मुंह में रेत की तरह स्वाद आएगा”।"
},
{
"title": "कंकड़ों ",
"body": "चट्टान के छोटे टुकड़े।"
},
{
"title": "सब कल्पनाएँ सम्मति ही से स्थिर होती हैं",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि \"लोग सलाह के आधार पर योजनाओं की स्थापना करते है”।"
}
]