hi_pro_tn/19/23.txt

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Plaintext

[
{
"title": "यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है; एसको पाकर सुखी रहता है;",
"body": "“जो यहोवा का सम्मान करते है, वे लंम्बे समय तक जीवित रहेगा; जो कोई भी यहोवा का सम्मान करेगा वह संतुष्ट होगा”।"
},
{
"title": "जो कोई भी है",
"body": "यहाँ “मैं” शब्द “यहोवा के सम्मान को दर्शाते है“।"
},
{
"title": "सुखी रहता है उस पर विपत्ति नहीं पड़ने की",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “वह सुरक्षित रहेगा”।"
},
{
"title": "आलसी ",
"body": "“सिरका” और “धुआ” वे चिजे है जो व्यक्ति के दांत और आंखोकी चोट को दर्शाता है345510:25"
},
{
"title": "अपना हाथ थाली में डालता है",
"body": "“पकवान में अपना हाथ डुबाते है”। बाइबिल संस्कृति में लोगों को अपने हाथों से आम तौर पर अपने हाथों को लोगों आज कई संस्कृतियों में खाते हैं।"
},
{
"title": "अपने मुँह तक कौर नहीं उठाता",
"body": "वह अपने हाथ को वापस अपने मुँह में नही लाता है कयोंकि वे आलसी है जैसे कि “परन्तु वह भी अपने हाथ अपने मुँह तक लाकर खुद के खिलाने के लिए आलसी है”।"
}
]