hi_pro_tn/03/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": "कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएँ; ",
"body": "\"हमेशा वाचा की वफादारी का अभ्यास करने के लिए और भरोसेमंद होने के लिए सुनिश्चित रहे”"
},
{
"title": " उनको अपने गले का हार बनाना,",
"body": "\"उसे गर्व से प्रदर्शित करें जैसे कोई हार पहना रहा हो”।"
},
{
"title": "अपनी हृदयरूपी पटिया पर लिखना",
"body": "\"हमेशा उन्हें याद रखना, जैसे कि तुमने उन्हें एक पटी पर स्थायी रूप से लिखा हो”।"
},
{
"title": "तू अति प्रतिष्ठित होगा",
"body": "यहाँ दृष्टि निर्णय या मूल्यांकन को दर्शाता है कि \"परमेश्‍वर और मनुष्य के न्याय में“।"
}
]