hi_pro_tn/01/31.txt

30 lines
1.9 KiB
Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी",
"body": "आयत 33 ज्ञान के बयान है कि 1:20 में यह शुरू से समाप्त होता है।"
},
{
"title": "वे अपनी करनी का फल आप भोगेंगे",
"body": "\"वे अपनी बुरी योजनाओं के परिणाम खुद भुगतेगा“।"
},
{
"title": "अपनी युक्तियों के फल से अघा जाएँगे",
"body": "\"वे अपनी बुरी योजनाओं के परिणाम खुद भुगतेगा“।"
},
{
"title": "भोला",
"body": "“अनुभवहीन, अपरिपक्व”।"
},
{
"title": "उनके घात किए जाने का कारण होगा",
"body": "बुद्धि को ठुकराने वाले व्यक्ति के बारे में ऐसा कहा जाता है मानो वह व्यक्ति शारीरिक रूप से बुद्धि से दूर हो जाए। यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “कयोकि उसने मृतयृ को जानने के लिए मना कर दिया“।"
},
{
"title": "निश्चिन्त रहने के कारण मूर्ख लोग नाश होंगे",
"body": "“मुर्ख मरेंगे कयोंकि उन्हे इस बात की परवाह नहीं है कि उन्हें कया करना चाहिए”।"
},
{
"title": "निश्चिन्त",
"body": "किसी चीज के बारे में रुचि की कमीं।"
}
]