hi_pro_tn/01/23.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामानय जानकारी",
"body": "बुद्धि का बोलना जारी है।"
},
{
"title": "सुनो",
"body": "“ध्यान से सुनो\"।"
},
{
"title": "मैं अपनी आत्मा तुम्हारे लिये उण्डेल दूँगी;",
"body": "बुद्धिमान लोगों सब कुछ उनके बारे में सोचते है अगर उसके विचार एक तरल है तो उन्हें वह बाहर डालने की बात की जा रही है”।"
},
{
"title": "मैं तुम को अपने वचन बताऊँगी। ",
"body": "यहाँ \"शब्द\" विचारों को दर्शाते है कि \"मैं तुम्हें बताऊँगा कि मुझे क्या लगता है“।"
},
{
"title": "मैंने हाथ फैलाया",
"body": "यह वाक्यांश एक मुहावरा है जिसका अर्थ है किसी व्यक्ति को आने के लिए आमंत्रित करना जैसे कि\"मैं तुम्हें मेरे पास आने के लिए आमंत्रित किया\"।"
}
]