hi_pro_tn/01/04.txt

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Plaintext

[
{
"title": " भोलों को चतुराई,",
"body": "“यह जो भोले है कैसे बुद्धिमान होना सिखे”। "
},
{
"title": "भोलों ",
"body": "“अनुभवहीन”"
},
{
"title": "जवान को ज्ञान और विवेक मिले; ",
"body": "“और जवान लोगों को सिखाने की उन्हें कया पता करने कि जरूरत है और सही काम के विचार करने के लिए”।"
},
{
"title": "विवेक",
"body": "ये जानते हुए भी कि किसी विशेष स्थिति में क्या किया जाना चाहिए।"
},
{
"title": "कि बुद्धिमान सुनकर अपनी विद्या बढ़ाए,",
"body": "\"जो बुद्धिमान हैं वे ओर भी अधिक ध्यान देने के लिए चले”।"
},
{
"title": "समझदार बुद्धि का उपदेश पाए",
"body": "“जिन लोगों के पास समझ है, वे इन नीतिवचनों से सीख लें कि अच्छे निर्णय कैसे करें“।"
},
{
"title": "रहस्यों",
"body": "उनके बारे में सोचने के बाद ही समझा जा सकता है।"
}
]