hi_num_tn/05/20.txt

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Plaintext

[
{
"title": "तू अपने पति के अधीन",
"body": "इस वाक्यांश का अर्थ है कि वह अपने पति के अधिकार में है जैसे कि “उसक पति के अधिकार में”।"
},
{
"title": "छोड़कर",
"body": "“छोड़कर” शब्द एक मुहावरा है जिसका अर्थ है “अविश्वासी होना” जैसे कि “अपने पति के साथ विश्वासघात किया है“।"
},
{
"title": "अशुद्ध हुई हो",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “तुम खुद को अशुद्ध कर रहें हो”।"
},
{
"title": "याजक उसे श्राप देनेवाली शपथ धराकर कहे",
"body": "“जो उसके के श्राप बन सकता है”।"
},
{
"title": "यहोवा तेरी जाँघ सड़ाए…लोग तेरा नाम लेकर श्राप और धिक्कार दिया करें",
"body": "यहाँ लेखक कहता है कि यहोवा उन लोगो को अन्य लोगो की तरह श्राप देगा और यहोवा उन लोगो को दिखा देगे कि तुम सच मे श्रापित हो।"
},
{
"title": "लोग तेरा नाम लेकर श्राप और धिक्कार दिया करें; ",
"body": "यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “कि वह तुम्हारे लोगों को एक श्राप दिखाएगा”।"
},
{
"title": " तेरी अंतड़ियों में जाकर तेरे पेट को फुलाए, और तेरी जाँघ को सड़ा दे",
"body": "“कि महिला बच्चे पैदा करने में असर्मथ हो जाएगी”।"
},
{
"title": "तेरी जाँघ को सड़ा दे।",
"body": "“तेरा गर्भ बेकार है।” "
}
]