hi_num_tn/30/06.txt

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Plaintext

[
{
"title": "बिना सोच विचार किए ऐसा कुछ कहे जिससे वह बन्धन में पड़े,",
"body": "यहाँ मूसा एक व्‍यक्‍ति की बात करता है जो कुछ करने का वादा करता है।जैसे उसका वादा कोई भौतिक वस्‍तु है जो खुद कोशिश करता है जैसे कि “कुछ करने का वादा करना”।"
},
{
"title": "यदि वह उसे खारिज करदे",
"body": "अगर वह अपने वादे को रद्द कर देता है।"
},
{
"title": "उसकी मन्नतें स्थिर रहें",
"body": "यह एक मुहावरा है।उसकी “शपथ” के तहत होने का मतलब है कि वह अभी भी उस में बँधी हुई है।"
},
{
"title": "जिन बन्धनों ",
"body": "“जिन चिजों के लिए उसने खुद को बाँधा है”।"
}
]