hi_num_tn/22/31.txt

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Plaintext

[
{
"title": "तब यहोवा ने बिलाम की आँखें खोलीं, दूत मार्ग में खड़ा दिखाई पड़ा",
"body": "“आँखे खोली” देखने की क्षमता दी कि “तब यहोवा बिलाम को दूत को देखने की क्षमता देती है”।"
},
{
"title": "नंगी तलवार लिये हुए",
"body": "वे नंगी तलवार लेकर मयान मे तैयार था जैसे कि “तलवार हमला करने के लिऐ तैयार थी”।"
},
{
"title": "मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया",
"body": "बिलाम संकेत देता है कि वे खुद को स्‍वर्गदूतों से पहले नम्र करेगा।"
},
{
"title": "यह गदही मुझे देखकर मेरे सामने से तीन बार हट गई",
"body": "“तुम्‍हें तुम्‍हारी गदही को तीन बार मारना नहीं चाहिए था”।"
},
{
"title": "तेरा विरोध करने को ",
"body": "“बिलाम के दुश्‍मन”।"
},
{
"title": "वह मेरे सामने से हट न जाती… तुझको मार ही डालता, उसको जीवित छोड़ देता",
"body": "इस काल्पनिक बयान ने संकेत दिया कि क्या हो सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि गधे के कार्यों ने बिलाम को बचाया लिया था।"
}
]