hi_num_tn/19/09.txt

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Plaintext

[
{
"title": "फिर कोई शुद्ध ",
"body": "परमेश्‍वर के लिऐ स्‍वीकार्य होना और साफ पवित्र काम करने के लिए योग्‍य होने कि बात की जाती है।"
},
{
"title": "वह राख, रखी रहे",
"body": "इस में स्‍पष्‍त कहा जाता है कि “तुमको यह राख रखनी चाहिए”।"
},
{
"title": "किसी शुद्ध स्थान में रख छोड़े",
"body": "परमेश्‍वर के लिए साफ और शुद्ध होने कि बात की जाती है। "
},
{
"title": "अशुद्ध रहे।",
"body": "परमेश्‍वर को अस्वीकार्य या कोई पवित्र कार्य करने के लिए अयोग्य होने के बारे में कहा जाता है कि वह अशुद्ध नहीं है।"
}
]