hi_num_tn/06/12.txt

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Plaintext

[
{
"title": "दिनों को फिर यहोवा के लिये अलग ठहराए,",
"body": "“समय के दौरान उसे फिर से अलग किया जा रहा है”।"
},
{
"title": "एक वर्ष का एक भेड़ का बच्चा दोषबलि करके ले आए; ",
"body": "इस कथन का पूरा अर्थ यह स्‍पष्‍ट किया जा सकता है कि आदमी भेड़ के बच्चे को याजक के पास लाता है ताकि उसे का बलिदान दिया जा सके लेकिन \"वह एक पुरोहित के लिए एक वर्ष का नर का भेड़ का लाना चाहिए था”।"
},
{
"title": "जो दिन इससे पहले बीत गए हों वे व्यर्थ गिने जाएँ, ",
"body": "स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि “खुद को परिभाषित करने से पहले उसे उन दिनो की गिनती नही करनी चाहिए”।"
},
{
"title": "उसके अलग रहने का चिन्ह अशुद्ध हो गया। ",
"body": "स्‍पष्‍ट रुप मे कहा जा सकता है कि “उसने खुद को अस्वीकार्य बना दिया“।"
}
]