diff --git a/03/28.txt b/03/28.txt index 20dc239..286663c 100644 --- a/03/28.txt +++ b/03/28.txt @@ -1,11 +1,11 @@ [ { "title": "सामानय जानकारी:", - "body": "अहोद इस्राएल के लोगो के बारे मे एप्रैम के लॊगो से बात कर रहा था।" + "body": "अहोद इस्राएल के लोगो के बारे मे एप्रैम के लोगो से बात कर रहा था।" }, { "title": "यहोवा ने तुम्हारे मोआबी शत्रुओं को तुम्हारे हाथ में कर दिया है", - "body": "यहोवा ने इस्राएल की दुश्‍मनो को हराने के लिए उनकी मदद कि जेसे कि यहोवा एक योद्धा हो जो लड़ने के लिए उनकी मदद करता है।" + "body": "यहोवा ने इस्राएल के दुश्‍मनो को हराने के लिए उनकी मदद कि जैसे कि यहोवा एक योद्धा हो जो लड़ने के लिए उनकी मदद करता है।" }, { "title": "घाटों को जो ले लिया", @@ -29,7 +29,7 @@ }, { "title": "मोआब इस्राएल के हाथ के तले दब गया", - "body": "सपष्ट रुप सॆ कहा जा सकता है कि “इस्राएलियो की सेना ने मोआबियो की सेना को मार दिया।" + "body": "यह स्प‍ष्ट रुप से कहा जा सकता है कि “इस्राएलियो की सेना ने मोआबियो की सेना को मार दिया।" }, { "title": " इस्राएल के हाथ के तले दब गया", diff --git a/03/31.txt b/03/31.txt index 68b8702..e1ad64d 100644 --- a/03/31.txt +++ b/03/31.txt @@ -1,7 +1,7 @@ [ { "title": "न्यायियाँ", - "body": "परमेश्‍वर ने वायदा किया कि राजाओ का देश मे प्रवेश करने से पहले वह न्यायियों को ठहराएगा औऎ न्यायियों ने ही इस्राएलियो की मदद की।" + "body": "परमेश्‍वर ने वायदा किया कि राजाओ का देश मे प्रवेश करने से पहले वह न्यायियों को ठहराएगा और न्यायियों ने ही इस्राएलियो की मदद की।" }, { "title": "शमगर",