Sat Sep 28 2019 14:35:19 GMT+0530 (India Standard Time)
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parent
a41c2b7d2a
commit
e368a0a3b9
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@ -13,10 +13,10 @@
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},
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"title": "मैं मुँह के फल का सृजनहार हूँ",
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"body": "“और मैं उनको अपनी प्रसंसा और धन्यावाद के योग्या बनाऊँगा”"
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"body": "\"और मैं उन्हें प्रशंसा और धन्यवाद देने का कारण बनता हूं।\""
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},
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"title": "जो दूर और जो निकट हैं, दोनों को पूरी शान्ति मिले;",
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"body": "मैने उनको शांत किया जो दूर है"
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"body": "मैने उनको शांत किया जो दूर है।”"
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}
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]
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@ -1,6 +1,6 @@
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"title": "परन्तु दुष्ट तो लहराते हुए समुद्र* के समान है...मैल और कीच",
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"body": "यह दुष्ट की तुलना लहरो के ऊपर समुद्र की मैल से करता है जो पानी को गंदा कर देता है।"
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"body": "यह दुष्ट की तुलना लहरो के ऊपर समुद्र की मैल से करता है जो पानी को गंदा कर देता है।"
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}
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]
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@ -682,10 +682,10 @@
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"57-13",
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"57-14",
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"57-16",
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"57-18",
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"57-20",
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"58-title",
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"58-01",
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"58-03",
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"58-04",
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"58-06",
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"58-08",
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