hi_hag_tn/01/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": " यहोवा का यह वचन पहुँचा, ",
"body": "“यहोवा ने अपने वचनो को बयान किया।”"
},
{
"title": "हाग्गै भविष्यद्वक्ता के द्वारा ",
"body": "“हाग्गै के शब्दों (या 'मुंह') के माध्यम से आया था\"।"
},
{
"title": "क्या तुम्हारे लिये अपने छतवाले घरों में रहने का समय है ",
"body": "इस वाक्‍यांश में यहोवा सवाल के द्वारा लोगो का ध्‍यान किसी और बात पर लाना चाहता है"
},
{
"title": "जब कि यह भवन उजाड़ पड़ा है",
"body": "“घर” शब्‍द यहा परमेश्‍वर के भवन को दर्शाता है।"
},
{
"title": "परन्तु प्यास नहीं बुझती",
"body": "पाठ यह नहीं कहता है या इसका मतलब यह नहीं है कि नशा एक अच्छी चीज है। बल्कि, लोगों की प्यास को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त शराब नहीं है और नशे के लिए लगभग पर्याप्त नहीं है।"
},
{
"title": "जो मजदूरी कमाता है, वह अपनी मजदूरी की कमाई को छेदवाली थैली में रखता है।",
"body": "“जो पेसा तुम काम करके कमाते हो उससे तुम कुछ खरीद नहीं पाओगे”"
}
]