hi_ezr_tn/09/07.txt

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Plaintext

[
{
"title": "अपने पुरखाओं के दिनों से।",
"body": "\"जिस समय हमारे पूर्वज जीवित थे\""
},
{
"title": "बड़े दोषी हैं...अपने अधर्म के कामों के कारण।",
"body": "\"बहुत दोषी ... बुरे कामों के कारण जो हमने किए\""
},
{
"title": "हम...राजाओं के हाथ में किए गए।",
"body": "\"तुने हमें ... राजाओं के हाथ में कर दिया\""
},
{
"title": "राजाओं के हाथ में किए गए।",
"body": "लेखक बात कऱ रहा है कि परमेश्‍वर राजाओं को यहूदियों के साथ कुछ भी करने की करने की अनुमती दे रहा है, जैसे कि परमेश्‍वर ने इस दुनिया के राजाओं के हाथों में छोटी-छोटी वस्तुएं डाल दी हों।"
},
{
"title": "तलवार",
"body": "तलवार अन्य लोगों को मारने वाले लोगों के लिए एक उपनाम है। परमेश्वर ने लोगों को यहूदियों को मारने की अनुमति दी।"
},
{
"title": "दासत्व।",
"body": "परमेश्‍वर ने लोगों को यहूदियों को पकड़ने और उन्हें बंन्‍दी बनाकर दूर ले जाने की अनुमति दी।"
},
{
"title": "लूटे जाने।",
"body": "परमेश्वर ने लोगों को यहूदियों की संपत्ति लुटने की अनुमति दी।"
},
{
"title": "मुँह काला हो जाने की।",
"body": "चेहरा शर्म का एक पैगाम है जिसे व्यक्ति महसूस करता है और वह जो उस व्यक्ति का चेहरा देखता है वह जानता है कि वह महसूस करता है।"
}
]