hi_ezr_tn/09/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": "यह बात सुनकर मैंने",
"body": "जब एज्रा ने सुना कि कई इस्राएलियों ने विदेशी महिलाओं से शादी की थी और उनके देवताओं की पूजा कर रहे थे।"
},
{
"title": "मैंने अपने वस्त्र और बागे को फाड़ा, और अपने सिर और दाढ़ी के बाल नोचे।",
"body": "एज्रा हर किसी को दिखा रहा था कि वह कितना दुखी है कि लोग परमेश्‍वर को नाराज करने वाले काम कर रहे है।"
},
{
"title": "सांझ की भेंट",
"body": "एक बलिदान जो याजक उस समय अर्पित करते थे जब सूर्य अस्त हो रहा होता था।"
}
]