hi_ezk_tn/40/05.txt

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Plaintext

[
{
"title": "भवन के बाहर चारों ओर।",
"body": "भवन के इलाके के चारों ओर।"
},
{
"title": "लम्बाई ऐसे छः हाथ की थी।",
"body": "\"छह हाथ लंबा।\" यह लगभग 3.2 मीटर था।"
},
{
"title": " जो साधारण हाथों से चार अंगुल भर अधिक है।",
"body": "ये लंबे हाथ थे, जो एक नियमित हाथ की लंबाई के साथ साथ एक अंगुल से बने।"
},
{
"title": "अंगुल।",
"body": "एक हाथ की चौड़ाई।, यह लगभग 8 सेंटीमीटर था।"
},
{
"title": "दीवार की मोटाई।",
"body": "दीवार कितनी चौड़ी थी। दीवार इमारत की तरह खोखली थी।"
},
{
"title": "बाँस।",
"body": "यह एक छड़ी चौड़ी थी। ”यह लगभग 3.2 मीटर था।"
},
{
"title": "उसकी ऊँचाई भी मापकर बाँस भर की पाई।",
"body": " और एक छड़ी उच्ची।"
},
{
"title": "उसकी सीढ़ी पर चढ़ा।",
"body": "और वह फाटक की सीढि़यां चढ़ गया।"
},
{
"title": "चौड़ाई।",
"body": "डेवढ़ियों के सामने के किनारे से लेकर पीछे के किनारे तक।"
},
{
"title": "पहरेवाली कोठरियाँ।",
"body": "ये वे कमरे थे जो फाटक के अंदर बनाए गए थे जहाँ पहरेदार फाटक की सुरक्षा के लिए खड़े थे।"
},
{
"title": "पाँच हाथ।",
"body": "लगभग 2.7 मीटर।"
},
{
"title": "दो-दो कोठरियों का अन्तर।",
"body": "कमरों के बीच में।"
},
{
"title": "ओसारे।",
"body": "सहारे के लिए स्‍तंभ या खभों के साथ एक प्रवेश द्वार के सामने ढक्कना करना।"
}
]