hi_ezk_tn/40/01.txt

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Plaintext

[
{
"title": "पच्चीसवें वर्ष... चौदहवें वर्ष।",
"body": "पाँचवाँ साल ... चौदहवाँ साल। "
},
{
"title": "हमारी बँधुआई के।",
"body": "हमारे बंदी बनने के बाद “या” जब से बाबुल के लोग हमें बाबुल में बंदी बना कर ले गऐ ।"
},
{
"title": " पहले महीने के दसवें दिन को।",
"body": "यह यहुदियों के कैलेंडर का पहला महीना है। दसवां दिन पश्चिमी कैलेंडर पर अप्रैल में है।"
},
{
"title": "यरूशलेम नगर को ले गए।",
"body": " बाबेल के लोगो ने यरूशलेम शहर पर कब्जा कर लिया।"
},
{
"title": "यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई।",
"body": "यहाँ पे शक्‍ति शब्‍द किसी की ताकत या किसी द्वारा कि जा रही किर्या को दर्षाता है, एक व्‍यक्‍ति जिसका हाथ किसी दुसरे पर हो और वह उस पर प्रभुता करे। यहोवा उसको नियंत्रित कर रहा था।"
},
{
"title": " उसने मुझे वहाँ एक बहुत ऊँचे पहाड़ पर खड़ा किया।",
"body": "उसने मुझे नीचे बिठाया।"
}
]