hi_ezk_tn/33/23.txt

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Plaintext

[
{
"title": "यहोवा का वचन पहुँचा।",
"body": "यहोवा का वचन बहुत ज़ोर से पहुचा।"
},
{
"title": "उन खण्डहरों।",
"body": "वो बर्बाद शहर।"
},
{
"title": "भूमि।",
"body": "इस्राएल का देश।"
},
{
"title": " देश निश्चय हमारे ही अधिकार में दिया गया है।",
"body": "यहोवा ने हमे देश दिया।"
},
{
"title": "अधिकार में",
"body": " ताकि हम इसे अपने अधिकार मे रख सके “या” विरासत के रूप में अपने पास रख सकें।\" वे यह कह रहे थे चूंकि उनमें से बहुत से थे, इसलिए वे इसके अधिकारी हैं।"
}
]