hi_ezk_tn/33/07.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्‍य जानकारी।",
"body": "यहोवा लगातार यहेजकेल से बाते करता रहा।"
},
{
"title": " इस्राएल का घराना।",
"body": "इसका अर्थ है वह परिवार जो एक ही घर मे रहता हो। लोगो का झुंड।"
},
{
"title": "मेरे मुँह से।",
"body": "मेरे से।"
},
{
"title": "मेरी ओर से चिता दे।",
"body": "उन्हें मेरे प्रतिनिधि के रूप में चेतावनी दें \"या\" उन्हें मेरी ओर से चेतावनी दें।"
},
{
"title": "तू उसके मार्ग के विषय न चिताए।",
"body": "यह मत कहना।"
},
{
"title": "उसके मार्ग के विषय में।",
"body": "तुम्‍हारे द्वारा की गई चीजों के अनुसार “या” तुम्‍हारे दुष्ट कामो के कारण।"
},
{
"title": "तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा।",
"body": "इसका अर्थ यह है कि परमेश्‍वर उनके पाप क्षमा नहीं करेगा।"
},
{
"title": "उसके खून का लेखा में तुझी से लूँगा।",
"body": "मैं तुम्हारे साथ वैसा ही व्यवहार करूँगा जैसे तुमने उसकी हत्या की थी।"
},
{
"title": "वह अपने मार्ग से न फिरे।",
"body": "बुरे काम करने से ना फिरे।"
},
{
"title": "तू अपना प्राण बचा लेगा।",
"body": "अपने को मरने से बचाए रखेगा।"
}
]