hi_ezk_tn/32/03.txt

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Plaintext

[
{
"title": "सामान्‍य जानकारी।",
"body": "यहोवा फिरौन से बात करना जारी रखता है और उसकी तुलना एक राक्षस से करता है जो पानी में रहता है।"
},
{
"title": "परमेश्‍वर यहोवा यह कहता है।",
"body": "यरूशलेम ऐसी ही है।"
},
{
"title": "मैं बहुत सी जातियों की सभा के द्वारा तुझ पर अपना जाल फैलाऊँगा।",
"body": "इसलिए मैं कई लोगों को इकट्ठा करूँगा और अपना जाल तेरे ऊपर फेंक दूँगा।"
},
{
"title": "मैं तुझे भूमि पर छोड़ूँगा।",
"body": "मैं तुझे भूमि पर असहाय छोड़ दूंगा। ”जब वह पानी में था वह राक्षस बहुत डरावना था पर जब वह सूखी भूमि पर बचा था तो वह कुछ नहीं कर सकता था।"
},
{
"title": "आकाश के सब पक्षी।",
"body": "सभी पक्षी जो आकाश में उड़ते हैं।"
},
{
"title": "तेरे माँस से सारी पृथ्वी के जीवजन्तुओं को तृप्त करूँगा।",
"body": " मैं पृथ्वी के सभी जानवरों को तेरे शरीर को तब तक खाने दूँगा जब तक उनकी भूखे नहीं मिटती।"
}
]