hi_ezk_tn/31/15.txt

30 lines
1.7 KiB
Plaintext

[
{
"title": "सामान्‍य जानकारी।",
"body": "देवदार के बारे में यहोवा का दृष्टांत जारी है।"
},
{
"title": "जिस दिन वह अधोलोक में उतर गया।",
"body": " जिस दिन देवदार की मृत्यु हुई \"या\" जिस दिन देवदार को काट दिया गया था।"
},
{
"title": "उस दिन मैंने विलाप कराया।",
"body": "मैंने पृथ्वी को शोक में डाल दिया ।"
},
{
"title": " मैंने गहरे समुद्र को ढाँप दिया।",
"body": " मैंने देवदार के लिए शोक के झरनों में से पानी बनाया\" या \"यह ऐसा था जैसे झरनों ने इसके लिए शोक मनाया था।"
},
{
"title": "समुद्र का बहुत जल रुक गया।",
"body": "मैंने पृथ्वी को पानी देने से समुद्र में पानी रखा।"
},
{
"title": "नदियों का बहुत जल रुक गया।",
"body": "मैंने इसे ऐसा इसलिए बनाया ताकि यहाँ अब ज्यादा पानी न हो।"
},
{
"title": "मैंने लबानोन पर उदासी छा दी।",
"body": "और मैंने देवदार के लिए लबानोन को शोकित किया।"
}
]